शनिवार, 21 दिसंबर 2019

Small Happiness

What is this life is full of care,
We have no time to stand and stare.

No time to stand beneath the boughs
and stare as long as sheep or cows.

No time to see when Woods we pass,
Where squirrels hide their nuts in grass.

No time to see in broad day light
Streams full of stars like skies at night.

No time to turn the beauty's Glance
And watch her feet how they can dance.

No time to wait till her mouth can
Enrich the smile her face began.

A Poor life this is full of care,
We have no time to stand and stare.

बुधवार, 18 दिसंबर 2019

अक्ल का इस्तेमाल

एक बुढ़ा ट्रेन में सफर कर रहा था , इत्तेफाक से वो कोच खाली था।

तभी 8-10 लड़के उस कोच में आये और बैठ कर मस्ती करने लगे

एक ने कहा चलो जंजीर खींचते हैं दूसरे ने कहा यहां लिखा है 500 रु. जुर्माना और 6 माह की कैद

तीसरे ने कहा हम इतने लोग है.. चंदा कर के 500 रु. जमा कर देंगे

चन्दा इकट्ठा किया गया तो 500 की जगह 1200 रु जमा हो गए

चंदा पहले लड़के के जेब मे रख दिया गया

तीसरे ने बोला, अब जंजीर खींचते है अगर कोई पूछता है..तो कह देंगे बूढ़े ने खीचा है।

पैसे भी नही देने पड़ेंगे तब।

बूढ़े ने कहा बच्चों मैने तुम्हारा क्या बिगड़ा है मुझे क्यो फंसा रहे हो

लेकिन किसी को दया नही आई।

जंजीर खीची गई टी टी आया सिपाही के साथ,

लड़कों ने एक स्वर में कहा बूढे ने जंजीर खीची है।

टी टी- बूढ़े से बोला शर्म नही आती इस उम्र ऐसी हरकत करते हुए,

बूढ़े ने कहा साहब मैंने जंजीर खींची है, मेरी एक कंप्लेंट थी।

टी टी ने पूछा क्या थी.?

बूढ़े ने कहा मेरे पास केवल 1200 रु. थे जिसे इन लड़को ने छीन लिए और इस लड़के ने अपनी जेब मे रखा है ।

अब टीटी ने सिपाही से कहा इस लड़के की तलाशी लो..

लड़के के जेब से 1200 रु. बरामद हुए ,

जिसे बुढ़े को वापस कर दिया गया और लड़कों को अगले स्टेशन में पुलिस के हवाले कर दिया गया ।

ले जाते समय लड़के ने वृद्ध की ओर देखा ,वृद्ध ने सफेद दाढ़ी में हाथ फेरते हुए कहा ...

बेटा ये बाल यूँ ही सफेद नही हुए हैं।

 इससे हमें यह सीख मिलती है कि हमें मुसीबत के समय समझदारी से काम लेना चाहिए!
 चित्र स्त्रोत:- गूगल इमेज

इंसान की कीमत

 अगले ही पल वह व्यक्ति पीड़ा से छटपटा रहा था| चाकू उसके पेट को चीर चुका था| धीरे-धीरे उसकी सांसे धीमी होती गई| जैसे-जैसे सड़क पर उसका खून जमता गया, वैसे -वैसे उसकी दिल की धड़कनें ठंडी पड़ती गयी और वह मर गया| मारने वाले ने उसकी पूरी जेब टटोली परंतु कुछ भी नहीं  निकला| एक छोटी सी जेब से ₹10 का सिक्का जरूर मिला|

वह हैरान था| इतने सुंदर कपड़े पहनने वाले कि जेब में सिर्फ ₹10| उसने तो सोचा था जितने नोट मिलेंगे सब 500 के ही होंगे| निराश होकर उसने ₹10 का सिक्का उसके ऊपर फेंका और वहां से भाग गया|
          एक सभ्य सा दिखने वाला व्यक्ति उधर से गुजरा| कुछ देर उसे देखा| जब उसे विश्वास हो गया कि वह मर चुका है तो उसने उसकी जेब टटोली| वहां से कुछ नहीं मिला तो उसकी कमीज उतार कर चलता बना और बोला," हे भगवान, इस अभागे की किस्मत में एक पुण्य और जोड़ लेना| इसके कपड़े मेरे काम आ रहे हैं!”
                 

           सुबह जब सड़क पर आगमन शुरू हुआ तो उस व्यक्ति के पास सिर्फ त्वचा थी| सब चीजें उठाकर लोग चले गए थे| उसे किसी ने नहीं उठाया| आदमी किसी के काम का ना था|
               4 दिन से रोज उसका मित्र उसके घर चक्कर लगा रहा है कि 3 दिन के लिए मुझसे कपड़े मांग कर ले गया था, अब तक नहीं आया| कम से कम मेरे नए कपड़े लेकर तो उसे नहीं भागना चाहिए था!
तो देखा दोस्तों आज के इंसान की क्या कीमत रह गई है!
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रविवार, 15 दिसंबर 2019

भगवान जो करता है, अच्छा करता है


बहुत समय पहले की बात है| एक राज्य था  जिसका राजा बहुत ही दयालु था| जो उसका मंत्री था वह भगवान में बहुत विश्वास रखता था| वह हमेशा कहता था भगवान जो करता है अच्छे के लिए करता है|
                                       
                                           एक बार की बात है किसी कारणवश राजा का अंगूठा कट गया| जिसने भी राजा की हालत देखी सबने यही कहा बहुत बुरा हुआ राजा के साथ |लेकिन जब यह बात मंत्री को पता चली तो उसने आदत वस कह दिया भगवान जो करता है अच्छे के लिए करता है|
परंतु जब यह बात राजा को पता चली तो उसने मंत्री से बदला लेने की सोची| अगले दिन राजा मंत्री को लेकर शिकार के लिए निकल पड़ा| शिकार का पीछा करते-करते वे जंगल के बीचो-बीच आ गए|

                   जंगल के बीचो -बीच पहुंचने के बाद राजा को एक सूखा कुआं दिखाई दिया|कुवें को देखते ही राजा के अंदर बदले की भावना प्रबल हो गई| जब राजा और उसका मंत्री   कुएं के पास से गुजर रहे थे उसी समय राजा ने मंत्री को धक्का देकर कुएं में गिरा दिया| अचानक हुए हमले से मंत्री संभलना ना पाया और  कुएं के अंदर गिर गया| जब राजा थोड़ा आगे गया तो उसे कुछ कबीले वालों ने बंधक बना लिया और अपने कबीले में ले गए| वहां जाने के बाद राजा को पता चला कि  वे लोग आज अपने कुलदेवी के सामने उसकी बलि चढ़ाने वाले हैं| राजा को बलि चढ़ाने से पहले स्नान कराया गया फिर फूलों का हार पहनाया गया| राजा को अपनी मृत्यु साक्षात नजर आ रही थी उसे रह रह के मंत्री की बहुत याद आ रही थी|
          जैसे ही वे बलि चढ़ाने वाले थे तभी उनके सरदार की नजर राजा के कटे हुए अंगूठे पर गई| उसने कहा कि इसका एक अंग भंग है इसलिए इसकी बली नहीं चढ़ा सकते| तब उन्होंने राजा को आजाद कर दिया| राजा दौड़ा दौड़ा वापस जाने लगा और रास्ते में मंत्री को  कुएं में से बाहर निकाल और उससे क्षमा  मांगते हुए कहने लगा तुमने सही कहा था भगवान जो करता है अच्छे के लिए ही करता है| राजा ने कहा चलो मेरे साथ जो हुआ वह अच्छा हुआ लेकिन मैंने तो तुम्हें कुएं में गिरा दिया था तुम्हारा इससे क्या भला हुआ|
तब मंत्री ने बताया बताया हे राजन यदि आपने मुझे कुएं में ना गिराया होता |तो वह लोग मुझे आप के स्थान पर पकड़ कर ले जाते |क्योंकि मेरा कोई भी अंग भंग नहीं है इसलिए वे लोग मेरी बली अवश्य चढ़ा देते!
 शिक्षा:- हमें हमेशा याद रखो भगवान जो भी करते हैं हमारे भले के लिए ही करते हैं !
     चित्र स्त्रोत:- गूगल इमेज                  🙏  धन्यवाद🙏www.karansingh753698.blogspot.com